Monday, December 21, 2009

देर रात बर्फ ने चुपचाप उतर कर जमा लिया अपना मोर्चा
सुबह सुबह घरों के बाहर, लोगों के लिए खुल गए नए नए मोर्चे



बर्फ के बावजूद, बनाये रखा झाड़ियों ने अपना अस्तित्व, दिखाया अपना रंग
नयी कला के प्रतिमान बन गए, मिल जुल कर एक दुसरे अपने विरोधी के संग

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